ब्रह्माकुमारी शीला बहन, जिन्हें प्यार से बहनजी के नाम से जाना जाता है। आपने 17 जून 2024 को 07.11 बजे 75 वर्ष की आयु में अहमदाबाद के एक अस्पताल में अपना स्थूल शरीर बापदादा की गोद में चली गई। अहमदाबाद के अस्पताल में आपका इलाज चल रहा था।
वर्ष 1949 में जन्मी, आप प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के ईश्वरीय विश्व विद्यालय की उप-क्षेत्र प्रभारी थीं और उत्तर-पूर्व और बांग्लादेश में 200 से अधिक सेवा केंद्रों के संचालन की देखभाल करती थी। बचपन से ही आपको समाज की सेवाओं में बहुत रूचि थी, आप गुवाहाटी क्षेत्र से राजयोग एजुकेशन & रिसर्च फाउंडेशन के समाज सेवा प्रभाग की क्षेत्रीय संयोजिका थी। आपका जाना आध्यात्मिक जगत के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।
आप 1959 में 10 साल की उम्र में ब्रह्माकुमारीज़ में शामिल हो गई थी और बड़ी होकर वर्ष 1976 में उत्तर पूर्व में ब्रह्माकुमारीज़ केंद्रों की स्थापना में सहायक बनी, जिसका स्थानीय मुख्यालय विश्व शांति भवन, रूपनगर, गुवाहाटी में स्थित है।
आपको ब्रह्माकुमारीज़ के साकार संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा और मातेश्वरी सरस्वती से मिलने और उनकी शक्तिशाली पालना प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। धर्म, समाज और संस्कृति के स्थापित मानदंडों को पार करते हुए, आपने सार्वभौमिक आध्यात्मिक सच्चाइयों को अपनाया और उसे अपने जीवन में उतारा। भगवान के साथ अपने रिश्ते में अदम्य साहस, ईमानदारी और स्वच्छता के साथ, आपने हर इंसान की अद्वितीय क्षमता को प्रकट करने का एक प्रेरक दृष्टिकोण विकसित किया।
ब्रह्माकुमारीज का संपूर्ण दिव्य परिवार तथा समाज सेवा प्रभाग के सभी सदस्यों द्वारा आप अथक सेवाधारी, बापदादा और ईश्वरीय परिवार की लाड़ली आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करता है और अमर आत्मा के लिए आगे की प्रबुद्ध यात्रा की कामना करता है। ओम शांति !!