समाज सेवा प्रभाग की ओर से अजमेर रेल्वे स्टेशन पर स्वछता अभियान में भाग लेते ब्रह्माकुमारीज़ भाई बहाने। साथ मे DRM राजेश जी कश्यप ।
Ajmer: Health, Wealth & Happiness Mela
समाज सेवा प्रभाग के राजस्थान जोन प्रभारी बी के शांता दीदी के मार्ग दर्शन में २१ फरबरी से १ मार्च तक अजमेर में एक भव्य मेला का आयोजन किया गया जिस में समाज सेवा प्रभाग तरफ से स्थानीय समाजसेवियों का स्नेहमिलन एबं उनका सम्मान का कार्यक्रम रखा गया। बीरपुर बिहार से आये बी के अनिल भाई ने इस अबसर पर आये समाजसेबियो को श्रेष्ठा समाज के निर्माण में श्रेष्ठा संस्कार की जरूरत के बिसय में जानकारी दी। मधुबन से पधारे बी के महावीर भाई ने समाज सेवा में आध्यत्मिकता के महत्व पर प्रकाश डाला।
Social Leaders Conference at Gyan Sarovar – 8th to 12th June 2018
ब्रह्मा कुमारीस संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी ने भी अपना आशीर्वचन दिया सम्मेलन को। कहा कि मेरा बाबा मेरे साथ है – मेरा भाग्य मेरे साथ है। एक तरफ बाबा है एक तरफ मेरा भाग्य है। स्वभाव के वश ना होना । बाबा के वश रहो। शांति प्रिय बनो। शांति प्रिय रहेंगे तो केयर ,शेयर और इन्नसपायर हो जाएंगे । बाबा ने कहा – विदेही रहना और ट्रस्टी रहना। बाबा ने कहा मेरे को याद करो और घर को याद करो तो स्वर्ग वासी बन जाएंगे। दादी जी ने कहा की सभी धर्मों का पिता एक ही है। पूरी दुनिया एक ही परिवार है। दादी जी ने पधारे हुए सभी अतिथिओं से नारा लगवाया – मेरा बाबा , प्यारा बाबा , मीठा बाबा।
समाज सेवा प्रभाग के उपाध्यक्ष राजयोगी भाई अमीर चंद जी ने इस सम्मेलन का लक्ष्य प्रकट किया। आपने कहा कि हमारा समाज दिव्य समाज था – देवी देवतायें थे भारत भूमि पर। आज इस बात पर विश्वास भी नहीं होता लोगों को। हमारे देवी और देवतायें पुनर्जन्म लेते लेते सामान्य हालत में आ चुके हैं। तभी अपनी पहचान देवी देवताओं के रूप में कर पाना मुश्किल जान पड़ता है हमें। अभी परमात्मा फिर से नयी दुनिया की स्थापना का कार्य कर रहे हैं। फिर से स्वर्ग का आगमन होने वाला है। हम सभी आत्माओं को परमात्मा की संतान के रूप में खुद को समझ कर उनकी दिव्यता को अपने जीवन में धारण करना है और समय आने पर देवत्व को प्राप्त कर लेना है।
सम्मेलन में संस्थान के महा सचिव राजयोगी निर्वैर जी का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया।
Social wing Conference from Gyansarovar